Rehbar-e-Kamil (रहबरे कामिल सल्ल)
“रहबरे कामिल” नबी सल्ल. की जीवनी पर अपनी तर्ज की एक अहम किताब है। इस किताब की अहमियत यह है कि इस में जनाव नबी करीम सल्ल. की जाते गिरामी को 19 अलग अलग हैसियतों में पेश करने के बाद यह साबित किया गया है कि पूरी कायनात में सिर्फ़ आप सल्ल. के अलावा और कोई शख़्सियत नहीं है कि जिसे दुनियाए इन्सानियत के सामने कामिल नमूने के तौर पर पेश किया जा सके। बेशक आप सल्ल. ही रहबरे कामिल हैं। आप सल्ल. के अलावा कोई बड़ी से बड़ी शख़्सियत इस लक़ब की अहल और इस ख़ूबी की हामिल न हुई है और न हो सकती है।
लेखक ने इस बेहतर अन्दाज़ से मौज़ू पेश किया है कि इस का हक़ अदा कर दिया है। “रहबरे कामिल सल्ल.” सीरत के वाक्रिओं का ख़ूबसूरत गुलदसता है। इस किताब में आप की पाक ज़िन्दगी के वाक़िआत इस अन्दाज़ से जमा कर दिए हैं कि पाठक की दिलचस्पी न सिर्फ़ बाक़ी रहती है बल्कि पूरी भी होती है। यह किताब अवाम के अलावा बुद्धिमान एवं उच्च वर्ग की ओर से भरपूर दाद हासिल कर चुकी है।
वास्तविकता यह है कि नबी सल्ल. की सीरत पर लिखने वाला कोई लेखक या इस विषय पर ख़िताब करने वाला कोई खतीब “रहबरे कामिल” से बेनियाज़ नहीं हो सकता। “रहबरे कामिल” नबी सल्ल. की सीरत के क़ीमती मौजू पर 19 विषयों का बेहतरीन गुलदसता है या इस मौज़ू पर ख़िताब करने वाले ‘वाइज़ीन’ लेक्चरर’ है या ख़तीबों के लिए 19 शीर्षकों का दिलकश संग्रह है।
Md Tanweer Alam (verified owner) –